24 घंटे के अंदर विशाखापट्टनम में दूसरी बार गैस लीक होने से हड़कंप, NGT आज करेगा सुनवाई
नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम की एलजी पॉलिमर इंडस्ट्री में एक बार फिर से गैस लीक होने की खबर सामने आ रही है। 24 घंटे के अंदर विशाखापट्टनम में एक बार फिर केमिकल प्लांट के जिस टैंकर से रिसाव के कारण हादसा हुआ, उसी टैंकर में एक बार फिर से अचानक स्टीरीन Styrene गैस का रिसाव देखा गया। घटना के तुरंत बाद ही फायर ब्रिगेड की लगभग 60 गाड़ियां मौके पर पहुंच गई हैं। इसके अलावा किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एम्बुलेंस भी तैनात कर दी गई हैं।
विशाखापट्टनम के जिला फायर ऑफिसर संदीप आनंद के मुताबिक, जिस टैंकर से स्टीरीन गैस लीक हुई थी, उसी से फिर से गैर का रिसाव हो रहा है। फायर ब्रिगेड की 50 से ज्यादा टीमें मौजूद हैं और एनडीआरएफ की मदद से ऑपरेशन जारी है। हमने एहतियात के तौर पर दो-तीन किलोमीटर की रेडियस में आने वाले गांवों को खाली कराने का आदेश दिया है।'
प्रशासन ने 5 किलोमीटर के दायरे में तमाम लोगों को इलाके से हटा लिया है। हालांकि, बताया जा रहा है कि अब रिसाव पर काबू पा लिया गया है। प्रशासन का कहना है कि गैस लीक को निष्क्रिय करने के लिए गुजरात से आई पीटीबीसी केमिकल का इस्तेमाल जब तक नहीं किया जाता है, तब तक यानी अभी दो दिनों तक हटाए गए लोग अपने घरों में वापस न लौटे। गैस को निष्क्रिय करने की अगुवाई पुणे से आई एनडीआरएफ एक्सपर्ट की टीम कर रही है।
NGT आज करेगा सुनवाई
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने गुरुवार को विशाखापत्तनम गैस लीक घटना का संज्ञान लिया, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग अस्पताल में भर्ती हैं। एनजीटी अध्यक्ष न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल की अध्यक्षता वाली पीठ आज यानी शुक्रवार (8 मई) को इस मामले की सुनवाई करेगी। इसके अलावा, इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जांच के लिए एक उच्च-स्तरीय समिति के गठन की मांग करने वाली एक याचिका भी दाखिल की गई है। विशाखापत्तनम जिले के गोपालपट्टनम आर.आर. वेंकटपुरम गांव में गुरुवार तड़के तीन बजे रासायनिक संयंत्र में स्टीरीन गैस लीक की घटना घटी। इस गैस ने नारवा, बीसी कॉलोनी, बापूजी नगर, कम्पलापालम और कृष्णा नगर के आसपास के गावों को प्रभावित किया है। स्टाइरीन गैस की प्रकृति विषाक्त है, औैर इससे लोगों में त्वचा, आंखों में जलन और सांस संबंधित दिक्कतें पैदा हुई हैं।
गुरुवार (7 मई) सुबह हुआ था हादसा
बता दें कि आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में गुरुवार तड़के हुए गैस लीक हादसे में 11 लोगों की जान चली गई। हादसे में आसपास के गांवों के हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। करीब दो दर्जन लोगों की हालत गंभीर है और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। कृत्रिम रबर बनाने में इस्तेमाल होने वाली गैस स्टीरीन के प्रभाव में आने से लोगों को सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। गैस लीक के कारणों का पता लगाने के लिए राज्य सरकार ने जांच का आदेश दिया है। राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने इस दुर्घटना पर दुख जताया है।
इसलिए हुआ हादसा
दक्षिण कोरियाई कंपनी एलजी केम द्वारा संचालित एलजी पॉलीमर्स फैक्ट्री आर आर वेंकटपुरम गांव में स्थित है। यह फैक्ट्री लॉकडाउन के दौरान बंद चल रही थी। बताया जा रहा है कि स्टीरीन के टैंकों से जुड़ी रेफ्रिजरेशन यूनिट में खामी से यह हादसा हुआ। 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे तापमान पर स्टीरीन सुरक्षित व द्रव अस्वथा में रहता है। रेफ्रिजरेशन में खामी के कारण तापमान बढ़ गया और स्टीरीन गैस के रूप में लीक हो गई। (एजेंसी)
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