मुंबई: कोरोना के चलते 86 साल में पहली बार लाल बाग के राजा का पंडाल नहीं सजेगा, 11 दिन लगेंगे प्लाज्मा डोनेशन कैंप
कोरोना वायरस महामारी के कारण इस साल मुंबई के लालाबगाचा राजा महोत्सव आयोजित न करने का फैसला किया गया है। इसके बजाय प्लाज्मा डोनेशन कैम्प लगाए जाएंगे। 86 सालों में पहली बार ऐसा हो रहा है जब लालबाग के राजा गणेशजी की प्रतिमा की स्थापना नही की जाएगी।
लालबागचा राजा का गणेश पूजन विश्व प्रसिद्ध है। जहां पर भक्त 24 घंटे दर्शन कर सकते हैं है। इस खास उत्सव में आम आदमी से लेकर बॉलीवुड स्टार भी बप्पा के दर्शन करने आते हैं। इसमें अमिताभ बच्चन
Mumbai's Lalbaughcha Raja Ganeshotsav Mandal has decided not to hold Ganeshotsav this time in wake of #COVID19 pandemic. A blood & plasma donation camp will be set up in its place: Lalbaughcha Raja Ganeshotsav Mandal (in the picture - last year's Ganpati idol at Lalbaughcha Raja) pic.twitter.com/1FiHg68QAX
— ANI (@ANI) July 1, 2020
लाल बागचा राजा महोत्सव का महत्व
मुंबई में गणेशोत्सव के दौरान सबसे प्रसिद्ध और मनोकामना पूर्ति के लिए मशहूर लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल की स्थापना 1934 में हुई थी। यह पंडाल मुंबई के लालबाग, परेल इलाके लगाया जाता है।
लाल बागचा सिर्फ भक्तों के दर्शन और मनोकामना पूर्ति का पुण्य काम नहीं करता। हर साल पंडाल की थीम जनकल्याणकारी काम पर होती है। लाल बाग के राजा कभी सिपाही बन जाते हैं तो कभी डाक्टर। कभी उनकी मूर्ति रेलवे के टीटी की होती है तो कभी सैनिक की।
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